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महा विकास आघाड़ी ने महाराष्ट्र की 48 लोकसभा सीटों में से 44 के लिए समझौते को अंतिम रूप दे दिया है। शुक्रवार को एक वरिष्ठ नेता ने इसका खुलासा किया। हालांकि चार सीटों पर अभी भी सहमति नहीं बन पाई है। ये सीटें मुंबई, साउथ मध्य मुंबई, उत्तर पश्चिम भिवंडी और सांगली हैं। एनसीपी एसपी अध्यक्ष शरद पवार, शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे और कांग्रेस विधायक दल के नेता बालासाहब थोराट की कई बैठकों के बाद सीट बंटवारे को अंतिम रूप दिया गया।

इस फॉर्मूले के मुताबिक, शिवसेना 19 निर्वाचन क्षेत्रों से चुनाव लड़ेगी। कांग्रेस 16 से और शरद पवार की एनसीपी नौ सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कांग्रेस चीफ मल्लिकार्जुन खड़गे और पार्टी के नेता राहुल गांधी चार विवादास्पद सीटों पर शरद पवार और ठाकरे से बात करेंगे।

कांग्रेस नेता ने कहा कि इन सीटों पर आम सहमति की कमी के चलते समझौते पर पूरी तरह मुहर नहीं लग पाई। उन्होंने कहा कि कांग्रेस दक्षिण मध्य, उत्तर पश्चिम, भिवंडी और सांगली से चुनाव लड़ने पर जोर दे रही है जबकि शिवसेना ने स्पष्ट कर दिया है कि सांगली पर कोई समझौता नहीं किया जाएगा। यहां तक कि सेना ने पहलवान चंद्रहास पाटिल को सांगली से अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है। इसके अलावा शरद पवार भिवंडी को छोड़ने से मना कर रहे हैं।

शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि उनकी पार्टी ने अपने प्रत्याशियों के नामों की घोषणा नहीं की है, लेकिन सभी संबंधित उम्मीदवारों को संदेश भेज दिया गया है कि वह तुरंत चुनाव की तैयारी शुरू कर दें। वहीं कांग्रेस नेता ने कहा कि कमेटी जल्द से जल्द विवाद को सुलझाना चाहती है, कुछ समझौता करना चाहती है और यह सुनिश्चित करना चाहती है कि प्रदेश में अधिकतम सीटें जीतें।

बता दें कि महाराष्ट्र की 48 लोकसभा सीटों पर पांच चरणों में इलेक्शन होगा। इसके तहत महाराष्ट्र में 19 अप्रैल, 26 अप्रैल, 7 मई, 13 मई और 20 मई को मतदान होगा। बता दें कि यह समझौता ऐसे वक्त में हुआ है, जब इंडिया अलायंस के साथी और आम आदमी पार्टी नेता अरविंद केजरीवाल को ईडी ने रिमांड पर जेल भेज दिया है। इस पर कांग्रेस और बाकी विपक्षी दलों ने सरकार को खूब सुनाया और कहा कि विपक्ष को झूठे आरोपों में फंसाया जा रहा है। 

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