लखनऊ।। यूपी किरण ने वन निगम (Up Forest Corporation) के भ्रष्ट अधिकरी का खुलासा किया था कि कैसे इस अधिकारी ने हेराफेरी करके अपनी नौकरी में 10 साल बढ़वा लिया। हालाँकि शिकायत मिलने के बाद निगम में जहाँ एक ओर हड़कंप की स्तिथि है वहीँ इस प्रकरण की जाँच के लिए भारतीय वन सेवा के वन निगम (जीएम स्तर ) के अधिकारी सुधीर शर्मा को नियुक्त कर दिया गया है ।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आरोपी DSM दविंदर सिंह (परिवर्तित नाम ) का शैक्षणिक रिकॉर्ड मुख्यालय (Up Forest Corporation) से गायब हो चुका है। इसमें ज्यादा चौंकाने वाली बात यह है कि मामले की FIR करवाने की जगह आरोपी दविंदर सिंह (परिवर्तित नाम ) से ही उसके सारे शैक्षणिक रिकॉर्ड मांगे गये हैं।
DSM दविंदर सिंह (परिवर्तित नाम ) का कहना है कि नाम और जन्मतिथि में जो गड़बड़ी हुई है वो विभाग (Up Forest Corporation) के लोगों की गलती है। दविंदर सिंह (परिवर्तित नाम ) ने 1983 में नौकरी शुरू की, इस बीच उनका कई बार स्थानांतरण भी हुआ और कई बार सीनियारटी लिस्ट भी जारी हुई लेकिन तब-तक दविंदर सिंह (परिवर्तित नाम ) को अपना नाम गलत होने का एहसास तक नहीं हुआ।
फिर अचानक 2011 में उनका नाम बदल दिया जाता है। इतना ही नहीं नाम बदलने के साथ-साथ उनकी जन्मतिथि भी 1954 से बदलकर 1964 कर दी जाती है। दविंदर सिंह (परिवर्तित नाम ) जन्मतिथि मामले में भी विभाग को ही दोषी मानते हैं। (Up Forest Corporation)
बता दें कि उत्तर प्रदेश वन निगम के डिवीज़नल सेल्स ऑफिसर के खिलाफ अभिलेखों में हेराफेरी का मामला सामने आया है। शिकायत के मुताबिक बहराइच में तैनात वन निगम के अधिकारी दविंदर सिंह (परिवर्तित नाम ) पर आरोप है कि उन्होंने विभागीय मिलीभगत से सरकारी अभिलेखों में हेराफेरी की है। (Up Forest Corporation)
फोटो- up forest corporation