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Up Kiran, Digital Desk: यूपी के रायबरेली जिले के ऊंचाहार थाना क्षेत्र में हुई दलित युवक हरिओम की हत्या ने पूरे इलाके में गहरा सदमा पहुंचाया है। इस घटना के बाद स्थानीय लोग भयभीत हैं और न्याय की मांग कर रहे हैं। पुलिस ने अब तक नौ आरोपियों को पकड़ लिया है और लगभग 15 अन्य संदिग्धों की पहचान भी की जा चुकी है। सभी आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी जिसमें गैंगस्टर एक्ट और राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) भी शामिल हैं।
पुलिस की सख्त कार्रवाई से उम्मीद जगी, फरार आरोपियों की गिरफ्तारी पर फोकस
पुलिस अधीक्षक डॉ. यशवीर सिंह ने बताया कि शुरुआत में पांच आरोपियों को जेल भेजा गया था। इसके बाद मंगलवार रात को चार और आरोपियों को हिरासत में लिया गया। गिरफ्तार आरोपियों में मुख्य आरोपी सुख सागर अग्रहरि के साथ शिवम और उनके एक रिश्तेदार लल्ली पासी भी शामिल हैं। साथ ही लल्ली पासी के साथ रहने वाले एक अन्य व्यक्ति को भी पुलिस ने पकड़ा है और उससे पूछताछ जारी है। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि बाकी फरार आरोपियों को भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
समुदाय में बढ़ा तनाव, न्याय की गुहार
यह घटना फतेहपुर के तारावती गांव के 38 वर्षीय हरिओम की है जो अपनी ससुराल ऊंचाहार जा रहा था। राह में रात होने के कारण वह गदागंज थाना क्षेत्र के एक ढाबे के पास पहुंचा। वहां के ग्रामीणों ने उसे संदिग्ध समझकर रोक लिया और भीड़ ने बेरहमी से उसकी पिटाई कर दी। पुलिस के अनुसार, हरिओम को चोर समझकर पीटा गया। इस हत्याकांड ने स्थानीय समाज में डर और असुरक्षा की भावना बढ़ा दी है। लोग इस प्रकार की घटनाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।