लखनऊ : प्रदेश के वरिष्ठ आईएएस मोहम्मद इफ्तिखारुद्दीन के खिलाफ एसआईटी ने जांच पूरी कर रिपोर्ट तैयार कर ली है। एसआईटी अब जांच रिपोर्ट शासन को जल्द ही सौंपेगी। आईएएस पर लगे आरोपों में कई के संबंध में साक्ष्य मिले हैं। जिसके आधार पर एसआईटी कार्रवाई की संस्तुति करेगी। हालांकि राज्य के एक वरिष्ठ अधिकारी का मामला होने के कारण अभी एसआईटी के अफसर इस पूरे मामले पर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं।

सरकारी आवास में तकरीर कराने के मोहम्मद इफ्तिखारुद्दीन के वीडियो वायरल होने के बाद शासन ने डीजी सीबीसीआईडी जीएल मीणा के नेतृत्व में एसआईटी गठित की थी। उनकी टीमने अपने स्तर का काम पूरा कर लिया है ! जाँच के दौरान एसआईटी ने जब ये पता करने की कोशिश किया था कि इफ्तिखारुद्दीन ने धर्मान्तरण के लिए उकसाने वाली जिन तीन विवादास्पदतीन किताबों को लिकः और छपवा कर वितरित कराय तो उसे कुछ कठिनाई हुई !
इफ्तिखारुद्दीन ने कहां से छपवाया है पता चला कि किताबों पर पब्लिशर व प्रिंटिंग प्रेस का नाम नहीं छपा है जबकि कानून के अनुसार यह जरूरी होता है । उनकी ओर से एहतियात के तौर पर ऐसा किया गया था । जिससे किसी को पता न चल पाए कि किताबें कहां से और किसने छापी हैं। हालांकि जहां से किताबों की छपाई कराई गई है, एसआईटी उन तक जांच के दौरान पहुंच गई है। इस तरह के सभी तथ्यों को रिपोर्ट में शामिल किया है। अब शासन स्तर पर ही कार्यवाही होनी है !
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