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सरपंच का मूड नहीं सफाई कार्य के लिए गलियों में कीचड़ ही कीचड़ है, लोग परेशान हो रहे हैं। मामला गरियाबंद जिला का है। शासन द्वारा पंचायत में विकास कार्यों के लिए लाखों रुपए आवंटित किए जाते हैं, लेकिन सरपंच सचिव साफ सफाई ना करवाकर अपनी जेब भरने में लग जाते हैं।

पड़ताल के दौरान ऐसा ही एक मामला ग्रामपंचायत मोटा गाँव के पारा टीपा में देखने को मिला। जहां ग्रामीण कीचड़ में रहते दिखे। गंदगी का अंबार लगा हुआ है। ग्रामीणों ने इसकी शिकायत सरपंच सचिव से की। लेकिन कई साल बीत गए और सफाई कराना सरपंच ने जरूरी नहीं समझा।

सरकार गाँव में स्वच्छता अभियान चला रही है और मोटा गाँव के लापरवाह सरपंच सचिव की नींद नहीं खुल रही।

आपको बता दे सरपंच सचिव सफाई कार्य से जिस तरीके से ग्रहण लगाकर बैठे हैं जल्दी ही गंभीर बीमारियों का कारण बनेगा। अधिकारियों के दौरे के भाव अनिश्चितता के चलते ही ये सब हो रहा है।

ऐसा प्रतीत हो रहा है जहां के सरपंच सचिव पर अधिकारियों की मेहरबानी खासम खास बनी है और उनके आश्रय में ही ये सब हो रहा।
 

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