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Up kiran,Digital Desk : दरभंगा से एक दिल दहला देने वाली और चौंकाने वाली खबर सामने आई है। सोचिए, एक कॉलेज में छात्र पढ़ाई कर रहे हों और अचानक वहां बुलडोजर (JCB) लेकर कुछ लोग घुस आएं और बिल्डिंग गिराना शुरू कर दें। यह कोई फिल्म का सीन नहीं, बल्कि भालपट्टी थाना क्षेत्र के मुड़िया गांव की हकीकत है। गुरुवार की शाम यहां जो कुछ हुआ, उसने कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

कॉलेज पर बुलडोजर और ताबड़तोड़ फायरिंग

रेडिएंट फायर सेफ्टी नाम से चलने वाले एक प्राइवेट आईटीआई (ITI) कॉलेज को निशाना बनाया गया। प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो कुछ दबंग लोग अचानक वहां जेसीबी लेकर पहुंचे और बिल्डिंग व दीवारों को तोड़ना शुरू कर दिया। जब कॉलेज के संचालक और छात्रों ने इसका विरोध किया, तो बवाल मच गया। आरोप है कि हमलावरों ने दहशत फैलाने के लिए गोलियां भी चलाईं।

संचालक घायल, पुलिस को मिले कारतूस के खोखे

इस हमले में इंस्टिट्यूट के संचालक रहबर आलम बुरी तरह घायल हो गए। उनके कान के पास गंभीर चोट आई है। उनका कहना है कि वे बाल-बाल बचे हैं। घटना के बाद वहां घंटों अफरा-तफरी का माहौल रहा। जो छात्र हॉस्टल में रहते थे, वे अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागते नजर आए। मौके पर पहुंची पुलिस को घटनास्थल से कारतूस के दो खोखे भी मिले हैं, जिससे फायरिंग की बात की पुष्टि होती है।

कौन है 'सद्दाम बॉस' और क्या है विवाद?

पीड़ित पक्ष का कहना है कि यह पूरा मामला जमीनी विवाद का है। उन्होंने सीधा आरोप मुड़िया के ही रहने वाले नेमतुल्लाह और 'सद्दाम बॉस' नाम के व्यक्ति पर लगाया है। उनका कहना है कि पिछले 10 सालों से उन्हें परेशान किया जा रहा था। गुरुवार को ये लोग कब्जा करने की नीयत से ही जेसीबी लेकर आए थे।

जेसीबी छोड़कर भागे आरोपी, सड़क पर फूटा गुस्सा

पुलिस की गाड़ी को आता देख आरोपी वहां से फरार हो गए, लेकिन अपनी जेसीबी (बुलडोजर) वहीं छोड़ गए। इस गुंडई से नाराज स्थानीय लोगों और छात्रों ने सड़क जाम कर दिया। उनका गुस्सा पुलिस पर भी था कि सूचना देने के बावजूद गश्ती दल देर से क्यों पहुंचा? बाद में डीएसपी और भारी पुलिस बल ने आकर मोर्चा संभाला और लोगों को समझा-बुझाकर शांत किया। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है और दोषियों की धरपकड़ के लिए छापेमारी चल रही है।