कतर में इंडियन नेवी के आठ पूर्व कर्मचारियों को फांसी की सजा ने दोनों मुल्कों के मध्य तनाव पैदा कर दिया है। कतर का इल्जाम है कि भारत के ये पूर्व सैनिक इजराइल के लिए जासूसी कर रहे थे।
जानकारी के अनुसार, ये भारतीय इजराइल को उन इटैलियन पनडुब्बियों की खुफिया जानकारी सप्लाई कर रहे थे, जिन्हें कतर खरीदने वाला था। अब हम आपको बताते हैं कि आखिरकार उन इटैलियन पनडुब्बियों में ऐसी क्या खूबी है, जिसकी जासूसी के महज शक के आधार पर ही कतर में आठ भारतीयों को मौत की सजा सुना दी गई। ये आठों भारतीय दोहा स्थित डहरा ग्लोबल नाम की कंपनी में काम करते थे। इन्हें कतरी अथॉरिटी ने अगस्त 2022 में हिरासत में ले लिया था।
कतरी अफसरों ने भारतीय नागरिकों के खिलाफ आरोपों को सार्वजनिक नहीं किया है। मगर सूत्रों के मुताबिक ये भारतीय कर्मचारी इटली में बनी छोटी स्टील पनडुब्बियों, यू ट्यूब के कतरी नौसेना में इंडक्शन की प्रक्रिया पर काम कर रहे थे।
मुस्लिम देश का इल्जाम है कि इन भारतीय कर्मियों ने इजराइल को इस पनडुब्बी से जुड़ी गुप्त सूचनाएं मुहैया करवाई हैं। ये यू टू पनडुब्बी को इटली की कंपनी फिन कैनेरी ने तैयार किया है। यह पनडुब्बी पारंपरिक पनडुब्बियों के मुकाबले काफी छोटी और स्टील्थ तकनीक से लैस है।
जानें पनडुब्बी की खूबियां
यू टू पनडुब्बी उथले पानी के भीतर भी निगरानी करने में माहिर है। जरूरत पड़ने पर यह पनडुब्बी छोटी दूरी की मिसाइलों, टॉरपीडो से हमला करने में भी सक्षम है। इस पनडुब्बी के ऊपर स्पेशल कोटिंग की गई है, जिससे दुश्मनों की रेडार इसे आसानी से डिटेक्ट नहीं कर पाती है।
साइज में छोटी होने के कारण यह पनडुब्बी बाकी पनडुब्बियों के मुकाबले तेज रफ्तार से चल सकती है। इसके अलावा इस पनडुब्बी में खास तरह के सेंसर लगे हुए हैं, जो 200 मीटर की गहराई से समुद्र की सतह पर होने वाले छोटे से छोटे हलचल का पता लगा सकते हैं।
आपको बता दें कि यू टू पनडुब्बी पूरी तरह से सैन्य मिशन से लेकर नेविगेशन की स्वतंत्रता, समुद्री डकैती, विरोधी ऊर्जा आपूर्ति मार्गों को सुरक्षित रखने, अंतरराष्ट्रीय कानून का पालन, आतंकवाद से लड़ना, बाहरी सीमाओं की रक्षा करना आदि से संबंधित ऑपरेशन को अंजाम देने में सक्षम है।
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