राजस्थान कांग्रेस में जयपुर ग्रामीण सीट को लेकर कशमकश की स्थिति बनी हुई है। विवाद निरंतर देखने को मिल रहा है। सियासी जानकारों की माने तो पीसीसी गोविंद सिंह डोटासरा और सचिन पायलट के बीच मतभेद और मनभेद साफतौर पर देखने को मिल रहा है। हालांकि सीट पर मनीष यादव और अनिल चोपड़ा का नाम चल रहा है लेकिन पीसीसी गोविंद सिंह डोटासरा नहीं चाहते हैं कि इन दोनों में से किसी को टिकट मिले क्योंकि ये दोनों ही सचिन पायलट गुट से आते हैं। ऐसे में शीर्ष नेतृत्व वापस मंथन करने में लगा है।
मंथन तो किया जा रहा है लेकिन अभी तक टिकट को लेकर जयपुर ग्रामीण सीट को लेकर अभी तक डिक्लेयर नहीं हो पाया। किसके नाम पर मोहर लगे और मतभेद और मनभेद तो विधानसभा चुनाव में भी देखने को मिला था।
विधानसभा चुनाव में भी यही स्थिति देखने को मिली थी। कांग्रेस टुकड़ों में बंट चुकी थी, लेकिन प्रभारी कह रहे थे कि मनभेद तो खत्म हो चुका है, लेकिन वहीं लोकसभा चुनाव में एक बार फिर स्थिति देखने को मिल रही है। जयपुर ग्रामीण सीट को लेकर प्रदेश स्तर पर और प्रदेश स्तर के साथ साथ ही शीर्ष नेतृत्व में भी मनमुटाव देखने को मिल रहा है। दो टुकड़ों में कहीं ना कहीं जयपुर ग्रामीण सीट बढ़ती हुई नजर आ रही है।
जयपुर ग्रामीण सीट को लेकर पेच फंसा हुआ है। क्योंकि यूं कह सकते हैं कि गोविंद सिंह डोटासरा और सचिन पायलट आमने सामने हो चुके हैं। सियासी जानकार की कहें या कांग्रेस सूत्रों की कहें। इस सीट को लेकर मतभेद और मनभेद साफतौर पर देखने को मिल रहा है। बताया जा रहा है कि जल्द ही इस समस्या का हल प्रियंका गांधी निकालेंगी।
Game of appointment in UP Forest Corporation : नौकरी करते हुए बीत गए तीन दशक, वन विभाग नहीं तय कर…
अगला हमला भारतीय प्रशासनिक सेवा पर होगा..!
खबर का असर : बहराइच के DSM और डिपो इंचार्ज समेत 7 सस्पेंड, मंत्री ने कहा—रिपोर्ट के बाद आगे होगी…
बेटे की नियुक्ति के बाद अब विधान परिषद प्रमुख सचिव डॉ. राजेश सिंह भी प्रदीप दुबे की राह पर, सेवा…
--Advertisement--